आज बॉलीवुड के सबसे हैंडसम अभिनेता यानी सलमान खान का जन्मदिवस है। बॉलीवुड में आजकल सलमान खान का जलवा है। उनकी फिल्म बड़े पर्दे पर आते ही सुपर डुपर हिट हो जाती है। हालांकि, कभी कभी उनकी फिल्म समीक्षकों को नाराज जरूर करती है। बॉलीवुड के इस हैंडसम हंक को उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर जन्मदिन की बधाई देना शुरू किया तो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट टि्वटर पर #HappyBirthdaySalmanKhan ट्रेंड जोर पकड़ने लग गया।
अपने जन्मदिवस के मौके यानी शनिवार को सलमान ख़ान ने रियालिटी शो 'बिग बॉस' की मेज़बानी से छुट्टी लेते हुए अपनी जिम्मेदारी हास्य कलाकार कपिल शर्मा को सौंप दी। बीइंग ह्यूमन से समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान देने वाले सलमान ख़ान के जन्मदिवस किसी चैनल पर उनका विशेष इंटरव्यू न चले। यह कैसे हो सकता है।
शनिवार की शाम को न्यूज 24 पर सलमान ख़ान मुझे अनुराधा प्रसाद के साथ कार्यक्रम आमने सामने में नजर आए। इस इंटरव्यू में सलमान ख़ान ने एक जगह नजर नहीं टिकाई। वो हर सवाल के जवाब पर अपनी नजर को इधर उधर ले जाते हुए नजर आए।
इस इंटरव्यू के दौरान मुझे सलमान ख़ान के भीतर एक अलग इंसान नजर आया, जो शायद मीडियाई ख़बरों में कहीं नप कुचल जाता है। इस मंच पर सलमान ख़ान खुलकर बात करते नजर आए। सलमान ख़ान चाहते हैं कि वो बतौर अभिनेता अगले 25 साल तक काम करें। अगर, उनकी उम्र जल्दी से दिखने लगी तो वो निर्देशन की तरफ रुख कर सकते हैं।
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि सलमान ख़ान का पैसे संबंधी पूरा काम उनके पिता देखते हैं। सलमान ख़ान की दूसरी तमन्ना है कि उनके जाने के बाद भी उनके बीइंग ह्यूमन चेरिटेबल ट्रस्ट को चलते रहना चाहिए। इस संस्थान के लिए पेटिंग के जरिये भी सलमान ख़ान पैसा जुटाते हैं।
जब अनुराधा प्रसाद सलमान ख़ान से सवाल करती हैं कि सलमान ख़ान की हर पेटिंग में एक ही भगवान क्यों होता है, जो जीसस सा दिखाई देता है तो सलमान ख़ान कहते हैं कि वो आंखों से ऊपर का भाग नहीं बनाते, उनकी पेटिंग के बीच का देवता आंखों से शुरू होता है, जिसकी आंखों से मानवता एवं करुणा झलकती है। उनका तर्क है कि आंखों से ऊपर धर्म शुरू होता है, टोपी लगा लो तो मुस्लिम, टीका लगा लो तो हिन्दू इत्यादि।
एक अन्य सवाल के जवाब में अपने अतीत को याद करते हुए सलमान ख़ान कहते हैं कि जब वो पूरे परिवार के साथ बैठकर फिल्म देख रहे होते थे, अचानक किसिंग सीन आता तो उनका पूरा परिवार असहज महसूस करता था। इसलिए, उनको नहीं लगता कि हर कहानी के अंदर जान डालने के लिए किसिंग सीनों का होना अति जरूरी है। सलमान ख़ान अनुसार, बॉलीवुड को अच्छी एवं गाली गालौच रहित पारिवारिक फिल्में बनानी चाहिए। उनका मानना है कि पारिवारिक फिल्मों के लिए पूरा परिवार सिनेमा हाल जाता है। मगर, नंगी लुच्ची फिल्मों के लिए कुछ अवारगर्द लड़के जाते हैं। कुछ डुप्लीकेट रास्तों के जरिये घर पर लाकर अकेले में फिल्म देखते हैं। वांटेड को यू ए सर्टिफिकेट देने को लेकर उन्होंने निजी तौर पर एतराज जताया। उनका कहना था, इससे सरकार को नुकसान होता है। हालांकि, एक्शन फिल्में तो बच्चे घर पर भी देखते हैं।
मैंने आज तक सलमान ख़ान का कभी लाइव इंटरव्यू नहीं देखा, और शायद ना ही कभी पढ़ा। सलमान ख़ान को बड़े पर्दे पर देखा या मीडिया में उसके विवादों के कारण उसको जाना। हालांकि, उनके पिता का इंटरव्यू एक बार पढ़ा था, जिसमें उनके पिता ने कहा था, यदि मैं आत्मकथा लिखूंगा तो बॉलीवुड नंगा हो जाएगा।
यकीनन आज की इंटरव्यू में सलमान ख़ान के भीतर उस साफगोई की झलक देखी। हालांकि, आज सलमान ख़ान ने भी अपनी आत्मकथा या किसी से जीवनी लिखवाने की बात से इंकार कर दिया। सलमान ख़ान को गुस्सा आता है, इसका मुख्य कारण सलमान ख़ान का भावुक होना एवं स्पष्टवादी होना हो सकता है। मुझे लगता है कि सलमान ख़ान के अभिनेत्रियों के साथ प्रेम संबंध बनने के बाद टूटने का मुख्य कारण भावनात्मक स्वभाव है।
जब मीडिया के पास ख़बर नहीं होती तो देश की सबसे बड़ी समस्या के रूप में सलमान ख़ान की शादी की बात उभरकर सामने आती है।
अपने जन्मदिवस के मौके यानी शनिवार को सलमान ख़ान ने रियालिटी शो 'बिग बॉस' की मेज़बानी से छुट्टी लेते हुए अपनी जिम्मेदारी हास्य कलाकार कपिल शर्मा को सौंप दी। बीइंग ह्यूमन से समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान देने वाले सलमान ख़ान के जन्मदिवस किसी चैनल पर उनका विशेष इंटरव्यू न चले। यह कैसे हो सकता है।
शनिवार की शाम को न्यूज 24 पर सलमान ख़ान मुझे अनुराधा प्रसाद के साथ कार्यक्रम आमने सामने में नजर आए। इस इंटरव्यू में सलमान ख़ान ने एक जगह नजर नहीं टिकाई। वो हर सवाल के जवाब पर अपनी नजर को इधर उधर ले जाते हुए नजर आए।
इस इंटरव्यू के दौरान मुझे सलमान ख़ान के भीतर एक अलग इंसान नजर आया, जो शायद मीडियाई ख़बरों में कहीं नप कुचल जाता है। इस मंच पर सलमान ख़ान खुलकर बात करते नजर आए। सलमान ख़ान चाहते हैं कि वो बतौर अभिनेता अगले 25 साल तक काम करें। अगर, उनकी उम्र जल्दी से दिखने लगी तो वो निर्देशन की तरफ रुख कर सकते हैं।
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि सलमान ख़ान का पैसे संबंधी पूरा काम उनके पिता देखते हैं। सलमान ख़ान की दूसरी तमन्ना है कि उनके जाने के बाद भी उनके बीइंग ह्यूमन चेरिटेबल ट्रस्ट को चलते रहना चाहिए। इस संस्थान के लिए पेटिंग के जरिये भी सलमान ख़ान पैसा जुटाते हैं।
जब अनुराधा प्रसाद सलमान ख़ान से सवाल करती हैं कि सलमान ख़ान की हर पेटिंग में एक ही भगवान क्यों होता है, जो जीसस सा दिखाई देता है तो सलमान ख़ान कहते हैं कि वो आंखों से ऊपर का भाग नहीं बनाते, उनकी पेटिंग के बीच का देवता आंखों से शुरू होता है, जिसकी आंखों से मानवता एवं करुणा झलकती है। उनका तर्क है कि आंखों से ऊपर धर्म शुरू होता है, टोपी लगा लो तो मुस्लिम, टीका लगा लो तो हिन्दू इत्यादि।
एक अन्य सवाल के जवाब में अपने अतीत को याद करते हुए सलमान ख़ान कहते हैं कि जब वो पूरे परिवार के साथ बैठकर फिल्म देख रहे होते थे, अचानक किसिंग सीन आता तो उनका पूरा परिवार असहज महसूस करता था। इसलिए, उनको नहीं लगता कि हर कहानी के अंदर जान डालने के लिए किसिंग सीनों का होना अति जरूरी है। सलमान ख़ान अनुसार, बॉलीवुड को अच्छी एवं गाली गालौच रहित पारिवारिक फिल्में बनानी चाहिए। उनका मानना है कि पारिवारिक फिल्मों के लिए पूरा परिवार सिनेमा हाल जाता है। मगर, नंगी लुच्ची फिल्मों के लिए कुछ अवारगर्द लड़के जाते हैं। कुछ डुप्लीकेट रास्तों के जरिये घर पर लाकर अकेले में फिल्म देखते हैं। वांटेड को यू ए सर्टिफिकेट देने को लेकर उन्होंने निजी तौर पर एतराज जताया। उनका कहना था, इससे सरकार को नुकसान होता है। हालांकि, एक्शन फिल्में तो बच्चे घर पर भी देखते हैं।
मैंने आज तक सलमान ख़ान का कभी लाइव इंटरव्यू नहीं देखा, और शायद ना ही कभी पढ़ा। सलमान ख़ान को बड़े पर्दे पर देखा या मीडिया में उसके विवादों के कारण उसको जाना। हालांकि, उनके पिता का इंटरव्यू एक बार पढ़ा था, जिसमें उनके पिता ने कहा था, यदि मैं आत्मकथा लिखूंगा तो बॉलीवुड नंगा हो जाएगा।
यकीनन आज की इंटरव्यू में सलमान ख़ान के भीतर उस साफगोई की झलक देखी। हालांकि, आज सलमान ख़ान ने भी अपनी आत्मकथा या किसी से जीवनी लिखवाने की बात से इंकार कर दिया। सलमान ख़ान को गुस्सा आता है, इसका मुख्य कारण सलमान ख़ान का भावुक होना एवं स्पष्टवादी होना हो सकता है। मुझे लगता है कि सलमान ख़ान के अभिनेत्रियों के साथ प्रेम संबंध बनने के बाद टूटने का मुख्य कारण भावनात्मक स्वभाव है।
जब मीडिया के पास ख़बर नहीं होती तो देश की सबसे बड़ी समस्या के रूप में सलमान ख़ान की शादी की बात उभरकर सामने आती है।
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