क्या आप भी वॉट्सएप का नया संस्करण डाउनलोड करने के लिए उतावले हैं ? क्या आप के पास भी अलग अलग लोगों से वॉट्सएप के नए फीचर के संबंध में संदेश आ रहे हैं ? यदि हां, तो आप उन पर ध्यान न दें। क्यों ? क्योंकि वॉट्स एप की आधिकारिक वेबसाइट पर इस संबंध में किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की गई।
हालांकि, वेब मीडिया में वॉट्स एप के नए संस्करण को लेकर ख़बरें प्रकाशित की जा रही हैं। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि इस ख़बर की पुष्टि किए बिना इसको चलाया जा रहा है। किसी भी ख़बर की पुष्टि संबंधित संस्था की तरफ से की जाती है। मगर, वेब मीडिया ने इसकी प्रामाणिक को समझने का प्रयास नहीं किया क्योंकि इससे अधिक से अधिक हिट्स को मिलने वाले थे।
वेब पोर्टल हिट्स के दम पर चलते हैं, जैसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया टीआरपी के बल पर। मीडिया के इन दोनों संस्करणों को विवादित या अफवाह आधारित ख़बरें अधिक से अधिक लोकप्रियता दिलाती हैं। मैंने भी ख़बरों के आधार पर वॉट्सएप की आधिकारिक वेबसाइट से वॉट्सएप का नया संस्करण डाउनलोड किया। इस संस्करण में किसी भी तरह का फेरबदल देखने को नहीं मिला।
इसके साथ ही वेबसाइट पर किसी भी तरह की जानकारी या घोषणा भी देखने को नहीं मिली। मगर, बाजार में लोग अपने अलग अलग अनुभव बता रहे हैं। मेरे साथ काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि सोमवार की रात को उसको एक परिचित की तरफ से वॉट्सएप के जरिए कॉल रिसीव हुआ। मगर, हैरानीजनक बात तो यह है कि इस कर्मचारी के वॉट्सएप में कॉलिंग फीचर है ही नहीं। यह उस तरह की बात थी, जैसे सिम एक्टिवेशन के बिना आपके मोबाइल पर कॉल आ जाए। जब पुष्टि करने को कहा गया तो केवल चैट दिखाई गई।
इसके अलावा वॉट्सएप पर उलू जुलूल संदेशों के जरिए लिंक मिल रहे हैं। लोग एक दूसरे को आमंत्रित कर रहे हैं। हालांकि, इसका फायदा फर्जी वेबसाइट बनाकर पैसा बटोरने वाले लोगों को तेजी के साथ हो रहा है। वहीं, मोबाइल कंपनियों का डेटा भी अच्छा खासा खर्च हो रहा है। चुटकलों के पीछे, अफवाहों के पीछे केवल और केवल मोबाइल कंपनियां या फेक वेबसाइट बनाकर धन कमाने वाले लोग होते हैं।
हालांकि, वेब मीडिया में वॉट्स एप के नए संस्करण को लेकर ख़बरें प्रकाशित की जा रही हैं। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि इस ख़बर की पुष्टि किए बिना इसको चलाया जा रहा है। किसी भी ख़बर की पुष्टि संबंधित संस्था की तरफ से की जाती है। मगर, वेब मीडिया ने इसकी प्रामाणिक को समझने का प्रयास नहीं किया क्योंकि इससे अधिक से अधिक हिट्स को मिलने वाले थे।
वेब पोर्टल हिट्स के दम पर चलते हैं, जैसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया टीआरपी के बल पर। मीडिया के इन दोनों संस्करणों को विवादित या अफवाह आधारित ख़बरें अधिक से अधिक लोकप्रियता दिलाती हैं। मैंने भी ख़बरों के आधार पर वॉट्सएप की आधिकारिक वेबसाइट से वॉट्सएप का नया संस्करण डाउनलोड किया। इस संस्करण में किसी भी तरह का फेरबदल देखने को नहीं मिला।
इसके साथ ही वेबसाइट पर किसी भी तरह की जानकारी या घोषणा भी देखने को नहीं मिली। मगर, बाजार में लोग अपने अलग अलग अनुभव बता रहे हैं। मेरे साथ काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि सोमवार की रात को उसको एक परिचित की तरफ से वॉट्सएप के जरिए कॉल रिसीव हुआ। मगर, हैरानीजनक बात तो यह है कि इस कर्मचारी के वॉट्सएप में कॉलिंग फीचर है ही नहीं। यह उस तरह की बात थी, जैसे सिम एक्टिवेशन के बिना आपके मोबाइल पर कॉल आ जाए। जब पुष्टि करने को कहा गया तो केवल चैट दिखाई गई।
इसके अलावा वॉट्सएप पर उलू जुलूल संदेशों के जरिए लिंक मिल रहे हैं। लोग एक दूसरे को आमंत्रित कर रहे हैं। हालांकि, इसका फायदा फर्जी वेबसाइट बनाकर पैसा बटोरने वाले लोगों को तेजी के साथ हो रहा है। वहीं, मोबाइल कंपनियों का डेटा भी अच्छा खासा खर्च हो रहा है। चुटकलों के पीछे, अफवाहों के पीछे केवल और केवल मोबाइल कंपनियां या फेक वेबसाइट बनाकर धन कमाने वाले लोग होते हैं।
अंत में
वॉट्सएप, वर्तमान फेसबुक स्वामित्व वाली कंपनी है। फेसबुक के मैसेंजर में वॉयस कॉल करने की सुविधा है। यदि आपको फेसबुक वॉयस कॉल सुविधा से मजा नहीं आ रहा तो आप कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वॉट्सएप पर वॉयस कॉल सिस्टम गजब का होगा। इंतजार करो। जब आएगा तो आपके मोबाइल में गूगल अपडेट कर देगा क्योंकि कंपनी सुविधा ग्राहक को देने के लिए बनाती है। डिब्बे में बंद रखने के लिए नहीं।
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